IAS Gaurav Budania : पहले 12वीं रैंक से आरएएस चयनित, 2 माह बाद ही 13वीं रैंक से बने आईएएस
अगर मन में कुछ कर गुजरने की चाह हो और हौसले बुलंद हो तो कामयाबी को न केवल हासिल किया जा सकता है बल्कि उसे बार-बार दोहराया भी जा सकता है। चुरु जिले के सरदारशहर के रहने वाले गौरव बुडानिया ने सफलता की कुछ ऐसी ही इबारत लिखी है। गौरव को पहले 12वीं रैंक से RAS और अब दो महीने के अंतराल में UPSC CSE 2020 में 13 वीं रैंक से आईएएस चयनित होने का गौरव प्राप्त हुआ है।
गौरव ने अपनी सफलता को दोहराया ही नहीं बल्कि अपना पद बढ़ाने में कामयाब रहे। जहां पहली सफलता से एसडीएम बनते वहीं अब IAS बनकर जिला कलेक्टर के रूप में सेवाएं देंगे।
IAS Gaurav Budania Biography : आईएएस गौरव बुडानिया जीवन परिचय
मूलतः बीकानेर संभाग के चूरु जिले से संबंध रखने वाले गौरव बुडानिया का जन्म चुरु के मध्यमवर्गीय परिवार में हुआ। इनके पिता श्री रामप्रताप बुडानिया शिक्षक हैं वहीं उनकी माता संतोष गृहणी है।
IAS Gaurav Budania Education
गौरव ने प्रारंभिक शिक्षा आदर्श विद्या मंदिर चूरू से ग्रहण की और लक्ष्मीपति सिंघानिया विद्यालय, बिसाऊ से इंटर पास किया। इसके पश्चात गुरुकृपा कैरियर इंस्टिट्यूट से विज्ञान वर्ग से 12वीं की परीक्षा उत्तीर्ण की। 12वीं की परीक्षा उत्तीर्ण करते ही गौरव JEE की परीक्षा में सफल होकर बीएचयू में आईआईटी के प्रवेश पाया और माइनिंग इंजीनियरिंग स्नातक की डिग्री हासिल की। इसके पश्चात गौरव ने समाजशास्त्र विषय से एमए किया।
शैक्षणिक उपलब्धियों के पश्चात गौरव की सफलता की कहानी शुरू होती है। इंजीनियरिंग बैकग्राउंड से होते हुए भी गौरव ने समाजशास्त्र से एमए तो किया साथ ही साथ नेट जेआरएफ क्लियर कर अपनी काबिलियत को साबित किया। वो कहते हैं विषय बदलने से इंटेलिजेंट व्यक्ति की काबिलियत में कोई कमी नहीं आती। इतना ही GATE (Graduate Aptitude Test in Engineering) में गौरव ने सम्पूर्ण भारत में 80 वीं हासिल की।
गौरव ने आरएएस 2018 में दूसरे प्रयास में 12 वीं रैंक हासिल की। इससे पूर्व वो आरएएस 2016 में 641वीं रैंक हासिल करने में सफल रहे। जबकि CSE 2020 में प्रथम प्रयास में ही 13 वीं रैंक से आईएएस बनकर कमाल कर दिया।
IAS Gaurav Budania Inspiration
गौरव बुडानिया के प्रशासनिक सेवा में रेपुटेड पद प्राप्त कर समाज के लिए कुछ करने की प्रेरणा उन्हें अपने ताऊजी से मिली। साधारण कस्बे से निकलकर इंजीनियरिंग करने के पश्चात आरएएस से लेकर आईएएस तक का सफर गौरव ने सीढ़ी दर सीढ़ी तय किया। चुंकि RPSC व UPSC CSE का 40 से 50 प्रतिशत सिलेबस लगभग समान होता है। RAS व CSE की परीक्षा एक के बाद एक होने से सफलता प्राप्त करने में आसानी रही।
IAS Gaurav Budania Optional : Anthropology
गौरव ने सीएसई के लिए एंथ्रोपोलॉजी को अपने ऑप्शनल सब्जेक्ट के रूप में चुना। उनके अनुसार पर्सनल सब्जेक्ट का सावधानी पूर्वक चयन करना चाहिए। ग्रेजुएशन में जो आपका ऑप्शनल रहे उसे ही चयन करें।
IAS Gaurav Budania Exam Language
गौरव बुडानिया ने सीएसई की परीक्षा अंग्रेजी माध्यम में दी थी लेकिन उन्होंने साक्षात्कार (Interview) के लिए हिंदी भाषा को प्रायोरिटी दी।
IAS Gaurav Budania Interview
गौरव के लिए साक्षात्कार से पहले के समय काफी तनावपूर्ण रहा। उन्हें प्रशासनिक सेवाओं द्वारा जन सेवा की प्रेरणा देने वाले उनके ताऊजी आईसीयू में भर्ती रहे। गौरव 2 महीने तक उनके पास उनकी सेवा में रहे। लेकिन इंटरव्यू से ठीक दिन पहले वो हमेशा हमेशा के लिए उनका साथ छोड़ चले। इन विकट परिस्थितियों में इंटरव्यू से महज 15 दिन पहले गौरव दिल्ली गए और अपना शत प्रतिशत देने का प्रयास किया जिसका परिणाम बहुत अच्छा रहा।
IAS Gaurav Budania Massage to UPSC Aspirant
युपीएससी कोई अलाद्दीन का चिराग नहीं किसी किसी के ही दर्शन दें। अगर आप सफल होना चाहते हैं तो चुनौतियों से सीखकर आगे बढते चलें। पाठ्यक्रम को ध्यान में रखते हुए दृढ़ निश्चय के साथ नियमित रूप से पढ़ाई करें।
स्कूली शिक्षा में एवरेज स्टूडेंट रहे गौरव बुडानिया की सफलता उन छात्रों को गलत साबित करती हैं जो सोचते हैं आरएएस, आईएएस कोई मेरिट होल्डर ही बन सकता है।
इस पोस्ट में हमने आईएएस गौरव बुडानिया की सफलता जीवन शिक्षा प्रेरणा और के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी साझा किया। आशा है यह जानकारी आपके लिए रुचिकर व उपयोगी सिद्ध होगी जिससे आप निश्चित ही सफलता के नया मुकाम हासिल करेंगे। यह पोस्ट अपने उन साथियों के साथ शेयर अवश्य करें जो वर्तमान में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में लगे हुए हैं।
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