राजगढ़ : ट्रक चालक का बेटा भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान (इसरो) में बना वैज्ञानिक
बीकानेर संभाग के राजगढ़ क्षेत्र के युवा बलकेश चाहर का भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान (इसरो) में वैज्ञानिकों के पद पर चयन हुआ है। बलकेश इसरो के वैज्ञानिक पद पर ऑल इंडिया रैंक 44 वीं से सफल हुआ हैं।
बलकेश चाहर : जीवन परिचय
28 वर्षीय बलकेश चाहर का जन्म चूरू जिले के राजगढ़ (सादुलपुर) तहसील के निकटवर्ती ग्राम नरवासी के मध्यम वर्गीय परिवार में हुआ। बलकेश के पिता श्री बीरबल सिंह चाहर ट्रक चलाते हैं और माता एक गृहणी है। अपने पुत्र की उपलब्धि से चाहर दंपती फुले नहीं समा रहे हैं।
बलकेश चाहर : शिक्षा
बचपन से ही शिक्षा में मेधावी रहे बलकेश चाहर चाहर ने इंटर तक की शिक्षा टैगोर पब्लिक सीनियर सेकेंडरी स्कूल राजगढ़ से ग्रहण की। इसके पश्चात बीटेक करने के लिए बलकेश जयपुर चले गए जहां एडमिश जयपुर इंजीनियरिंग कॉलेज एंड रिसर्च सेंटर में हो गया। वो जयपुर इंजीनियरिंग कॉलेज एंड रिसर्च सेंटर से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में बीटेक पास आउट हुआ और लग गया वैज्ञानिक बनने की तैयारी में।
दरअसल वैज्ञानिक पद पर चयनित बलकेश की इच्छा आरंभ से ही इसरो जैसे संस्थान में सेवाएं देने की रही। इंजीनियरिंग करने के बाद बलकेश को अच्छी कंपनीज में नौकरी के ऑफर मिले मगर उन्होंने नौकरी स्वीकार नहीं करते हुए भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान केंद्र की वैज्ञानिक परीक्षा के लिए तैयारियां आरंभ कर दी। अपने लक्ष्य के प्रति दृढ़ निश्चय कर लगन और मेहनत से उन्होंने यह मुकाम पाया है।
सफलता का श्रेय
बलकेश चाहर ने अपनी सफलता का श्रेय गुरुजनों, माता-पिता व मित्रों को दिया है।
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