लम्पी स्किन डिजीज पर पहली स्वदेशी वेक्सीन का लांच, मरते गोवंश को बचाया जा सकेगा
झलको न्यूज़, बीकानेर।
राजस्थान प्रदेश सहित कई प्रदेशो में गोवंश व अन्य पशुओं में लम्पी स्किन डिजीज नामक संक्रमण बीमारी भंयकर रूप से फैली हुई है और लगातार हजारो गौवंश की मौत हो रही है । इसकी वेक्सीन नही होने के कारण इस पर काबू नही पाया जा रहा है ।
आज कृषि भवन नई दिल्ली में राष्ट्रीय अश्व अनुसंधान केन्द्र हिसार तथा भारतीय पशु चिकित्सा संस्थान इज्जतनगर के तत्वाधान में पशुओं को लम्पी स्किन रोग से बचाव हेतु प्रथम स्वदेशी वैक्सीन लम्पी- प्रो वैक-इंड/ (Lumpi-ProVac Ind) को केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर, पशुपालन और डेयरी मंत्री श्री पुरषोत्तम रूपाला,कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री कैलाश चौधरी, नोखा विधायक बिहारीलाल बिश्नोई ने लांच की।
यह वैक्सीन राष्ट्रीय अश्व अनुसंधान केंद्र, हिसार (हरियाणा) ने भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान, इज्जतनगर (बरेली) के सहयोग से बनाई है। यह वैक्सीन, लम्पी स्किन डिजीज बीमारी के निदान के लिए मील का पत्थर साबित होगी। जल्द ही इस बीमारी पर काबू पा लिया जाएगा ।
इस दौरान डॉ हिमांशु पाठक महानिदेशक आईसीएआर, डॉ बी एन त्रिपाठी उपमहानिदेशक पशु विज्ञान आईसीएआर , जतिन्द्र नाथ स्वेन सचिव पशुपालन विभाग भारत सरकार एवं लम्पी स्किन डिजीज पर रिसर्च कर वैक्सीन तैयार करने वाले वैज्ञानिक डॉ नवीन प्रिंसीपल साइंटिस्ट एनआरसीई, डॉ यशपाल निदेशक एनआरसीई हिसार व डॉ त्रिवेणी दत्ता निदेशक आईवीआरआई इज्जतनगर उपस्थित रहे ।
उपस्थित सभी मंत्रियों व जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों ने वैज्ञानिकों की इस विलक्षण उपलब्धि के लिये उनकी पीठ थपथपाई । साथ ही अधिकारियों को निर्देशित किया कि जल्द से जल्द समस्त प्रोटोकॉल का पालन करते हुए इस वैक्सीन का वाणिज्यिक उत्पादन प्रारंभ किया जाए ताकि चंद दिनों में ही प्रत्येक पशुपालक तक इस वेक्सीन की उपलब्धता सुनिश्चित की जा सके ।
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